Aansho pr behtareen shayari
ये तड़प ये आंसू मेरे रातों के साथी है…
बस तेरी यादें मेरे जीने के लिए काफी है
रख सको तो एक निशानी हैं हम
भूल जाओ तो एक कहानी हैं हम
खुशी की धूप हो या गम के बादल
दोनो में जो बरसे वो पानी हैं हम
काश बनाने वाले ने हमको आँसू बनाया होता
और मेहबूब की आँखों में बसाया होता
जब गिरते उनकी आँखों से उनकी ही गोद में
तो मरने का मज़ा कुछ अलग ही आया होता
Aanshuo Par Shayari
आंखों में मेरे इस कदर छाए रहे आंसू
कि आईने में अपनी ही सूरत नहीं मिली
होंठो ने मुस्कुराने से मना कर दिया..
आंसुओं ने बह जाने से मना कर दिया..
एक बार जो दिल टूटा प्यार में..
फिर इस दिल ने दिल लगाने से मना कर दिया..
आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक अश्क भी
मोहब्बत क्या हुई अश्कों का सैलाब आ गया
Aanshuo Par Shayari
हिम्मत इतनी थी समुन्दर भी पार कर सकते थे
मजबूर इतने हुए कि दो बूँद आँसुओं ने डुबो दिया
होंठो की जुबान यह आँसू कहते है
जो चुप रहते है फिर भी बहते है
और इन आँसू की किस्मत तो देखिये
यह उनके लिए बहते है जो इन आँखों में रहते है
दिले नादान को समझाए कैसे मोहब्बत में ये तो होना ही था
तूने दिल लगाया अमीरों से आंखो को तो गीला होना ही था
मीठी यादों से गिर रहा था ये आँसू
फिर भी न जाने क्यों यह खारा था
तुम आँख कि बरसात बचाए हुए रखना
कुछ लोग अभी….आग लगाना नही भुले
दो घड़ी दर्द ने आँखों में भी रहने न दिया
हम तो समझे थे बनेंगे ये सहारे आँसू
दो घड़ी दर्द ने आँखों में भी रहने न दिया
हम तो समझे थे बनेंगे ये सहारे आँसू
