टूटे दिल  की शायरी -Broken Heart Shayari

बेगुनाही का क्या सबूत दे हम तुमको दोस्त, यह तो मुजरिम भी वो थे और वकील भी वही थे

नही चाहिए किसी की सादगी का सबूत हमे, क्योकि हमें तो अपनों ने लुटा लिया है परायो की तो बात ही मत कीजिये आप

हमने नही सोचा था आप यु बदल जायेंगे, की भरी धुप में हमारी आँखों से बरसात कराएँगे।

गुस्ताखी नही की थी हमने कोई भी बस एक गुनाह यही किया था की सच्ची मुहब्बत हो गयी थी आपसे हमें।

कोई जालसाजी नही है हमारे दिल में क्योकि आपने जिसे अभी तोडा है वो कांच ही तरह साफ़ दिल था हमारा।

उम्मीदे मत रखना दोस्त किसी से इस दुनिया में क्योकि लोग धोके के सिवाए कुछ देना नही जानते है।

वफ़ा की भी कोई कीमत होती है इस दुनिया में, क्या बेवफा होकर बिक जाना इतना फायदेमंद होता है आपके लिए

कुछ सवालों के जवाब वक़्त देता है और जब वक़्त देता है वो लाजवाब होता है

ज़िन्दगी की रंग मच में अपना किरदार इतनी सित्दत से निभाओ की पर्दा गिरने के बार भी तालियाँ बझ्ती रहें

अभी तक याद कर रहे हु पागल हु तुम कसम से उसने तेरे बाद भी हजारों को भुला दिया